नए साल पर कुछ सस्ती शुभकामनाएँ
nae saal par kuch sasti shubhkamnayen
राकेश कुमार मिश्र
Rakesh Kumar Mishra
नए साल पर कुछ सस्ती शुभकामनाएँ
nae saal par kuch sasti shubhkamnayen
Rakesh Kumar Mishra
राकेश कुमार मिश्र
और अधिकराकेश कुमार मिश्र
इस साल तुम्हारे पसंद की सस्ती नेल पॉलिश
आसानी से मिल जाए बाज़ार में
जिन कम क़ीमती कपड़ों पर तुम हाथ रखो
वे तुम्हारे हो जाएँ
और तुम्हारे सपनों का रंग गुलाबी हो।
तुम्हारी माँ की हिदायतों का वज़न कुछ कम हो
पिता की बीमारी और चुप्पी दोनों ख़त्म हो इस साल
भाई की जासूसी और पड़ोसियों के ताने कुछ कम हों इस साल
अपनी छोटी-सी नौकरी में तुम्हारा विश्वास बना रहे
अपना छाता, रूमाल और हेयर पिन तुम कम-कम से भूलो
और तमाम यातनाओं के बाद भी तुम लौट सको
अपनी पुरानी डायरी और दोस्तों तक इस साल
और तुम्हारे पास हो इतना पैसा कि
ख़रीद सको अपनी पसंदीदा किताबें
और मोबाइल में हो इतना बैलेंस कि
कर सको किसी से भी बात।
- रचनाकार : राकेश कुमार मिश्र
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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