मैं ही तो हो गया होता हूँ शब्द
main hi to ho gaya hota hoon shabd
नंदकिशोर आचार्य
Nand Kishore Acharya
मैं ही तो हो गया होता हूँ शब्द
main hi to ho gaya hota hoon shabd
Nand Kishore Acharya
नंदकिशोर आचार्य
और अधिकनंदकिशोर आचार्य
नहीं, कविता रचना नहीं
सुबूत है कि
मैंने अपने को रचा है।
मैं ही तो हो गया होता हूँ शब्द
फुफकारते समुद्र में लील लिया जाकर भी
सुबह के फूल-सा खिल आता हुआ।
फूल में फूटकर
अपने को ही तो रच रहा होता है पेड़!
अरे!
तो क्या तुम भी
मुझे रचकर ही
ख़ुद को रच पाते हो?
- पुस्तक : अपराह्न (पृष्ठ 57)
- रचनाकार : नंदकिशोर आचार्य
- प्रकाशन : सूर्य प्रकाशन मंदिर
- संस्करण : 2018
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