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लॉकडाउन में सूर्य-नमस्कार

laukDaun mein surya namaskar

ध्रुव शुक्ल

ध्रुव शुक्ल

लॉकडाउन में सूर्य-नमस्कार

ध्रुव शुक्ल

और अधिकध्रुव शुक्ल

    गहरी नींद का ताला तोड़कर

    एक सपना बड़े सबेरे बाहर आकर

    साकार हुआ—

    सभी नागरिक निकल पड़े हैं

    घर से बाहर

    सूर्य की तरफ़ हेरते

    खड़े हो गए पूरी पृथ्वी पर

    उनके भीतर बसा हुआ जल

    आंदोलित होकर

    उठता जाता अंतरिक्ष में

    लगा रही है प्राण वायु

    आकाश में मेघों के पोस्टर

    कई रंग के

    सबकी आवाज़ें उठ रहीं गगन में

    चमकने लगी बिजलियाँ

    गरजने लगे मेघ

    वर्षा उतरने लगी पृथ्वी पर

    लौटने लगा सबके पास सबका जीवन

    खुलने लगी उजली दिशाएँ

    किनारों पर ठिठकी खड़ी नौकाएँ

    पार उतारने लगीं सबको

    लोकनेत्री पृथ्वी पर

    सब साथ चले

    सूर्य के नेतृत्व में

    मुक्त हुए सदियों की तालाबंदी से

    स्रोत :
    • रचनाकार : ध्रुव शुक्ल
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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