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जीवन-राग/2

jiwan rag/2

ब्रजरतन जोशी

ब्रजरतन जोशी

जीवन-राग/2

ब्रजरतन जोशी

और अधिकब्रजरतन जोशी

    अंतहीन ख़ालीपन

    दुहराता हूँ

    अपने जीवन का

    व्याकरण

    कि गा सकूँ

    पा सकूँ

    सुना सकूँ

    अपना राग

    अपना जीवन

    स्रोत :
    • रचनाकार : ब्रजरतन जोशी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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