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हँसी में मत टालिए

hansi mein mat taliye

कुमार कृष्ण शर्मा

कुमार कृष्ण शर्मा

हँसी में मत टालिए

कुमार कृष्ण शर्मा

और अधिककुमार कृष्ण शर्मा

     

    क्या आपको नहीं लगता
    यही सबसे उपयुक्त समय है
    जब सीमा पर दुश्मनों से
    दो-दो हाथ करने की बजाय
    अपने ही द्वारा रचे गए
    चक्रव्यहू में लड़ रहा सैनिक 
    यह जान जाए कि
    शहीद होने के जज़्बे से
    कहीं अच्छा होता है
    यह जान लेना 
    किसके लिए और क्यों
    शहीद हुआ जाए

    क्या
    समय नहीं आ गया है
    जब व्यवस्था से बौखलाया
    बलदेव खटिक1 पागल नहीं
    समझदार हो जाए
    हवा में गोलियाँ चला कौवों को मारने की बजाय
    अपना निशाना सही जगह पर साध गोलियाँ बरसाए

    क्या
    अब वक़्त नहीं आ पहुँचा है
    जब सड़क पर पत्थर तोड़ता
    पसीने से तर-ब-तर मज़दूर
    खेतों में हल चलाता अधनंगा किसान
    फटे बस्ते में फटी किताबों को सँभालता बच्चा
    हथौड़ा, हल और बस्ता छोड़
    खेतों से बाज़ार को जाती पगडंडियों
    ठेकेदारों की चमचमाती कारों के बॉनटों
    विश्वविद्यालय पर कुंडली मारे नागों के फनों पर 
    जा खड़ा हो

    हा हा हा
    ही ही ही
    आप हँस तो नहीं रहे हैं
    मैं कैसी हवा हवाई बातें कर रहा हूँ
    मैं कहीं अपना 
    मानसिक संतुलन तो नहीं खो बैठा

    आपके माथे पर चमक आई 
    पसीने की बूँदे
    खोल रही हैं यह राज़
    आप भी कहीं-न-कहीं यह जानते हैं
    वह वक़्त आने ही वाला है
    यक़ीन मानिए
    जब वह समय आएगा
    आपको पसीना पोंछने का
    समय भी नहीं मिल पाएगा।

    स्रोत :
    • रचनाकार : कुमार कृष्ण शर्मा
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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