हमारे समकालीन सीरीज़ में अकेला जी
hamare samkalin series mein akela ji
देवी प्रसाद मिश्र
Devi Prasad Mishra
हमारे समकालीन सीरीज़ में अकेला जी
hamare samkalin series mein akela ji
Devi Prasad Mishra
देवी प्रसाद मिश्र
और अधिकदेवी प्रसाद मिश्र
अकेला जी ने सारे काम अकेले किए। मसलन लड़कियों का स्कूल खोला तो
अकेले पार्टी चलाई तो अकेले। इसलिए जब तख़ल्लुस रखने की बारी आई तो
रखा अकेला। राम कुमार तिवारी अकेला।
इस बीच अकेला जी अकेले नहीं रह पाते। लोग घेरे रहते हैं—अकेला जी,
परमिट। अकेला जी, एडमीशन। अकेला जी, चुनाव। अकेला जी, समोसा।
अकेला जी अब अकेले नहीं रह पाते
लेकिन तख़ल्लुस
रोज़ थोड़े ही बदला जाता है।
- रचनाकार : देवी प्रसाद मिश्र
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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