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बुलडोज़र कहाँ जानता है

bulldozer kahan janta hai

नवनीत पांडे

नवनीत पांडे

बुलडोज़र कहाँ जानता है

नवनीत पांडे

बुलडोज़र कहाँ जानता है

जिस मकान को वह

धराशायी कर रहा है

केवल ईंट-गारे का मकान नहीं

एक भरा-पूरा घर मर रहा है

तानाशाह राजा

दरबारियों के कहे-बहकावे

निर्दोष-निरीह प्रजा पर ज़ुल्म कर रहा है

राजा घर नहीं महल बनवाता है

जिसके पत्थरों चुनाई में

उसका पसीना नहीं,

प्रजा का ख़ून-पसीना होता है

अगर राजा का स्वयं घर होता

अपना घर बसाया होता

किसी घर बुलडोज़र नहीं चलवाया होता

घर कैसे बनता है...!

एक बार तो ज़रूर ज़ेहन में आया होता।

स्रोत :
  • रचनाकार : नवनीत पांडे
  • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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