उसके शरीर से अधिक सुंदर
uske sharir se adhik sundar
उसके शरीर से भी अधिक सुंदर था
उसका यूँ मेरे लिए
व्यस्त रहे आना
मैं एकटक उसकी ओर देखता रह गया
उसने मुझे देखा
और उस दृष्टि की कामुकता सहन करने को
आँखें नीची कर लीं
पर वह नहीं
उसके शरीर से भी अधिक सुंदर था
अपने पूरे शरीर से
तब उसका
यूँ मेरे लिए प्रतीक्षित रहे आना।
- पुस्तक : आईने में चेहरा (पृष्ठ 33)
- रचनाकार : जितेंद्र कुमार
- प्रकाशन : जयश्री प्रकाशन
- संस्करण : 1980
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