अमृत-वेला (सूर्य चढ़ने के पहले सुबह का समय)
amrit wela (surya chahne ke pahle subah ka samay)
अजमेर रोडे
Ajmer Rode
अमृत-वेला (सूर्य चढ़ने के पहले सुबह का समय)
amrit wela (surya chahne ke pahle subah ka samay)
Ajmer Rode
अजमेर रोडे
और अधिकअजमेर रोडे
अमृत के समय
मेरी रूह जाग पड़ी और
अनेक दिशाओं में उड़ती हुई
अलोप हो गई।
मेरी धरती को बंजर छोड़ गई
जहाँ मैंने सबेरे की
सुरमई रोशनी में
एक साधारण-सी कविता
उगाने की कामना की थी।
- पुस्तक : ओ पंखुरी (पृष्ठ 49)
- संपादक : रामसिंह चाहल
- रचनाकार : अज़मेर रोडे
- प्रकाशन : संवाद प्रकाशन
- संस्करण : 2004
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