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दोष नहीं है

dosh nahin hai

चित्रांश वाघमारे

चित्रांश वाघमारे

दोष नहीं है

चित्रांश वाघमारे

और अधिकचित्रांश वाघमारे

    तुमने प्यास बुझाने ख़ातिर

    सागर देखे नदी देखी

    फिर भी प्यासे लौट रहे तो

    इसमे जल का दोष नही है॥

    अपना ही गुणधर्म निभाना

    ये कोई अपवाद नही है

    जैसे है वैसा ही रहना

    साहस है, अपराध नहीं है

    तुम पनघट तजकर मरूथल की

    मरीचिका के पीछे भागे

    मरीचिका से छले गए तो

    ये मरूथल का दोष नही है॥

    आज भूल कर जाने वाला

    दोष दे कल के विधान को

    ठहराए इतिहास दोषी

    आगे चलकर वर्तमान को

    जिस क्षण ने संयम खोया था

    वह क्षण ही अपराधी होगा

    इसमें कल का तो क्या इसमें

    अगले पल का दोष नही है॥

    धरती का तन, मानव का मन

    ये विरोध हर पल ढ़ोता है

    जहाँ कहीं अमृत होता है

    वहीं हलाहल भी होता है

    सोंधी गंध घुली संदल की

    सर्प और सज्जन सब आए

    साँपों ने घर बना लिए तो

    ये संदल का दोष नही है॥

    स्रोत :
    • रचनाकार : चित्रांश वाघमारे
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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