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लाहौर के रचनाकार

कुल: 12

महान उर्दू शायर एवं पाकिस्तान के राष्ट्र-क़वि जिन्होंने 'सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा ' के अतिरिक्त 'लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी' जैसे गीत की रचना की

हिंदी के प्रथम महाकवि। वीरगाथा काल से संबद्ध। ‘पृथ्वीराज रासो’ कीर्ति का आधार-ग्रंथ।

समादृत पाकिस्तानी कथाकार, उपन्यासकार और आलोचक। भारत में प्रेमचंद फ़ेलोशिप से सम्मानित।

सिक्ख धर्म के चौथे गुरु। अमृतसर के संस्थापक।

‘अकविता’ आंदोलन के समय उभरे हिंदी के चर्चित कवि।

हिंदी कविता के आठवें दशक में उभरे सुपरिचित कवि-आलोचक।

सुपरिचित कवयित्री और कथाकार। अनुवाद-कार्य और संपादन में भी सक्रिय।

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