आँखन हौंन लग अगवानी
aa.nkhan hau.nn lag agvaanii
ओम प्रकाश सक्सेना ‘प्रकाश’
Om Prakash Saxena 'prakash'
आँखन हौंन लग अगवानी
aa.nkhan hau.nn lag agvaanii
Om Prakash Saxena 'prakash'
ओम प्रकाश सक्सेना ‘प्रकाश’
और अधिकओम प्रकाश सक्सेना ‘प्रकाश’
आँखन हौंन लग अगवानी, सैनन सें मन मानी।
बाँधे बंदनवार बरौनी, पाल पलक की तानी।
डारे पलक पाँवड़े पल-पल, भौंहन चौंर डुलानी।
दए ‘प्रकाश’ पुतरिन के आसन, ढारों पाँउन पानी॥
- पुस्तक : बुंदेलखंड की फागें (पृष्ठ 86)
- संपादक : अयोध्या प्रसाद गुप्त 'कुमुद'
- रचनाकार : ओम प्रकाश सक्सेना ‘प्रकाश’
- प्रकाशन : उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी
- संस्करण : 2000
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