पाली के रचनाकार
कुल: 5
संत दरिया (मारवाड़ वाले)
1676 - 1758
भक्तिकाल के निर्गुण संतकवि। वाणियों में प्रेम, विरह, और ब्रह्म की साधना के गहरे अनुभव। जनश्रुतियों में संत दादू के अवतार।
मीठेश निर्मोही
1951
सुपरिचित राजस्थानी कवि-कथाकार और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।