ओरछा के रचनाकार
कुल: 5
बलभद्र मिश्र
1543
भक्तिकालीन रीति कवि। प्रौढ़ और परिमार्जित काव्य-भाषा और नायिका भेद के लिए प्रसिद्ध।
ललितमोहिनी देव
1723 - 1801
'टट्टी संप्रदाय' के अष्टाचार्यों में से अंतिम। रसरीति के कुशल व्याख्याता एवं वैराग्य के धनी।