1880 - 1968 | अन्य
दुनिया की पहली बधिर और दृष्टिहीन स्नातक। महिला मताधिकार और श्रम अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष करने वाली लेखिका, अध्यापिका और सामाजिक कार्यकर्ता।
दुनिया की पहली बधिर और दृष्टिहीन स्नातक। महिला मताधिकार और श्रम अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष करने वाली लेखिका, अध्यापिका और सामाजिक कार्यकर्ता।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
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