1957 | पश्चिम बंगाल
बांग्ला की सुपरिचित कवयित्री और निबंधकार। पर्यावरण, विस्थापित-पुनर्वास और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय।
बांग्ला की सुपरिचित कवयित्री और निबंधकार। पर्यावरण, विस्थापित-पुनर्वास और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
टिकट ख़रीदिए