Font by Mehr Nastaliq Web

कहानियाँ

कहानी गद्य की सर्वाधिक लोकप्रिय विधा है। यह मानव-सभ्यता के आरंभ से ही किसी न किसी रूप में विद्यमान रही है। भारतीय परंपरा में इसका मूल ‘कथा’ में है। आधुनिक संदर्भों में इसका अभिप्राय अँग्रेज़ी के ‘शॉर्ट स्टोरी मूवमेंट’ से प्रभावित कहानी-परंपरा से है। इसका मुख्य गुण यथार्थवादी दृष्टिकोण है। हिंदी में कहानी का आरंभ अनूदित कहानियों से हुआ, फिर ‘सरस्वती’ पत्रिका के प्रकाशन के साथ मौलिक कहानियों का प्रसार बढ़ा। हिंदी कहानी के विकास में प्रेमचंद का अप्रतिम योगदान माना जाता है। प्रेमचंदोत्तर युग में जैनेंद्र, यशपाल सरीखे कहानीकारों ने नई परंपराओं का विस्तार किया। स्वातंत्र्योत्तर युग में नए वादों, विमर्शों और आंदोलन के साथ हिंदी कहानी और समृद्ध हुई।

1936 -2017

सुपरिचित वियतनामी कथाकार, उपन्यासकार और कवि।

1911 -2006

मिस्र के समादृत कथाकार, उपन्यासकार और पटकथा-लेखक। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

1923 -2014

दक्षिण अफ़्रीका की समादृत लेखिका और प्रखर राजनीतिक कार्यकर्ता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

1929 -2005

समादृत उपन्यासकार-कथाकार और निबंधकार। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।

1977

सुपरिचित कथाकार। कहानी-संग्रह 'परिंदों का इंतज़ार सा कुछ' के लिए चर्चित।