Font by Mehr Nastaliq Web
Manohar Shyam Joshi's Photo'

मनोहर श्याम जोशी

1933 - 2006 | अजमेर, राजस्थान

आधुनिक हिंदी-साहित्य के प्रमुख कथाकार। पटकथा-लेखक। गद्य की कई विधाओं के लिए लोकप्रिय। 'दिनमान' और 'साप्ताहिक हिंदुस्तान' के संपादक के रूप में समादृत।

आधुनिक हिंदी-साहित्य के प्रमुख कथाकार। पटकथा-लेखक। गद्य की कई विधाओं के लिए लोकप्रिय। 'दिनमान' और 'साप्ताहिक हिंदुस्तान' के संपादक के रूप में समादृत।

मनोहर श्याम जोशी की संपूर्ण रचनाएँ

कविता 20

कहानी 1

 

उद्धरण 57

यदि प्रथम साक्षात् की बेला में कथानायक अस्थायी टट्टी में बैठा है तो मैं किसी भी साहित्यिक चमत्कार से उसे ताल पर तैरती किसी नाव में बैठा नहीं सकता।

  • शेयर

प्रेम किन्हीं सयानों द्वारा बहुत समझदारी से ठहरायी जानेवाली चीज़ नहीं।

  • शेयर

प्रेम को वही जानता है जो समझ गया है कि प्रेम को समझा ही नहीं जा सकता।

  • शेयर

ज़िन्दगी की घास खोदने में जुटे हुए हम जब कभी चौंककर घास, घाम और खुरपा तीनों भुला देते हैं, तभी प्यार का जन्म होता है। या शायद इसे यों कहना चाहिए कि वह प्यार ही है जिसका पीछे से आकर हमारी आँखें गदोलियों से ढक देना हमें चौंकाकर बाध्य करता है कि घड़ी-दो घड़ी घास, घाम और खुरपा भूल जाएँ।

  • शेयर

स्वार्थ और स्वाधीनता में क्या अन्तर है? प्रतिबद्धता और पराधीनता में कैसे भेद करें? विवेक को कायरता के अतिरिक्त कोई नाम कैसे दें?

  • शेयर

"अजमेर" से संबंधित अन्य कवि

 

Recitation

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए