राजस्थान के रचनाकार
कुल: 178
- निवास : गलताजी
भक्तिकालीन संत। कृष्णदास पयहारी के शिष्य और नाभादास के गुरु। रसिक संप्रदाय के संस्थापक। शृंगार और दास्यभाव की रचनाओं के लिए स्मरणीय।
सूर्यमल्ल मिश्रण
- जन्म : बूंदी
हाडा नरेश राव रामसिंह के दरबारी कवि। बूँदी राज्य के इतिहास ग्रंथ ‘वंश भास्कर’ से ख्याति प्राप्त।
सुमेर सिंह राठौड़
नई पीढ़ी के कवि। गद्य-लेखन और फ़ोटोग्राफ़ी में भी सक्रिय।
सुमन बिस्सा
राजस्थानी और हिंदी की सुपरिचित कवयित्री। राजस्थानी संस्कृति और लोक-जीवन में गहरी रुचि।
सीताराम सेकसरिया
- जन्म : राजस्थान
सवाई सिंह शेखावत
‘निज कवि धातु बचाई मैंने’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।
सत्यप्रकाश जोशी
राजस्थानी के सुपरिचित कवि-अनुवादक और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
साँवर दइया
- जन्म : बीकानेर
सुपरिचित राजस्थानी कवि-कथाकार-व्यंग्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
संतोष मायामोहन
- जन्म : श्रीगंगानगर
- निवास : बीकानेर
सुपरिचित राजस्थानी कवयित्री। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
संत रामचरण
श्री 'रामस्नेही संप्रदाय' के प्रवर्तक। वाणी में प्रखर तेज। महती साधना, अनुभूति की स्वच्छता और भावों की सहज गरिमा के संत कवि।
संत लालदास
भक्तिकाल। संत गद्दन चिश्ती के शिष्य। लालदासी संप्रदाय के प्रवर्तक। मेवात क्षेत्र में धार्मिक पुनर्जागरण के पुरोधा।
संत लाधूनाथ
आधुनिक काल के संत कवि। दलित समाज से संबद्ध। रचनाओं का शिल्प मध्यकालीन।
संत दरिया (मारवाड़ वाले)
भक्तिकाल के निर्गुण संतकवि। वाणियों में प्रेम, विरह, और ब्रह्म की साधना के गहरे अनुभव। जनश्रुतियों में संत दादू के अवतार।
संजीव मिश्र
‘मिले बस इतना ही’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। कम आयु में दिवंगत।