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कविताएँ

हिंदी की काव्य-परंपरा से विभिन्न काव्य-विधाओं की रचनाओं का विशाल-संग्रह

1904 -1979

ओड़िया सबुज गोष्ठी के प्रमुख प्रेम और रहस्यवादी कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1994

सुपरिचित कवि। 'कौन जात हो भाई', 'छिछले प्रश्न गहरे उत्तर' और 'बहार के पतझड़' शीर्षक से तीन कविता-संग्रह प्रकाशित।

1944

विलक्षण, किंतु अलक्षित कवि। ‘हरारत में तीसरी नदी’ प्रमुख कविता-संग्रह।

1968

सुपरिचित लेखक, कवि और थिएटर प्रमोटर।

सुपरिचित कवयित्री और गद्यकार।

1908 -1974

बहुमुखी प्रतिभा संपन्न बांग्ला कवि-उपन्यासकार-नाटककार-लेखक। ‘कविता’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1965

सुपरिचित कवि-विचारक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1855 -1921

भारतेंदु युग के सुपरिचित लेखक। इनका स्मरण हिंदी साहित्य के प्रथम उत्थान का स्मरण है।

1922

सुपरिचित गुजराती कवि।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

नई पीढ़ी की सुपरिचित-सम्मानित बांग्ला कवि-गद्यकार-अनुवादक। इक्कीस पुस्तकें प्रकाशित। हिंदी में भी कविताएँ लिखती हैं।

1936 -2014

सुपरिचित ओड़िया कवि-लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता।

1973

सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक।

1955

पंजाबी भाषा के सुपरिचित कवि-कथाकार

1981

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक और अनुवादक। संस्कृत और फ़ारसी साहित्य के अप्रतिम अध्येता। यहाँ प्रस्तुत कविताएँ संस्कृत से स्वयं कवि द्वारा अनूदित।

1940

सुपरिचित ओड़िया कवि और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित ।

1972

नवें दशक के कवि-लेखक। ‘सहसा कुछ नहीं होता’ उल्लेखनीय कविता-संग्रह।

1894 -1933

सुप्रसिद्ध तेलुगु कवि-गीतकार। चरखा पर लिखे अपने गीत के लिए लोकप्रिय।

1968

सुपरिचित कवि। एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

1908

सुपरिचित संस्कृत अध्येता और पुरालेखवेत्ता। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारी के रूप में योगदान।

1910 -1984

मराठी और कोंकणी के सुप्रसिद्ध कवि-कादंबरीकार। पद्मश्री से सम्मानित।

1909 -1956

मराठी नवकाव्य के अग्रणी कवि और लेखक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1979

इस सदी में सामने आईं हिंदी कवयित्री और गद्यकार। भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित।

1897 -1960

द्विवेदीयुगीन कवि, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी। पद्मभूषण से सम्मानित।

1865 -1907

भारतेंदुयुगीन रचनाकार। 'हिंदुस्तान', 'भारत प्रताप' और 'भारतमित्र' आदि पत्र-पत्रिकाओं के संपादक। 'शिवशंभू का चिट्ठा' व्यंग्य रचना कीर्ति का आधार।

1909 -2004

मलयालम की समादृत कवयित्री-लेखिका-अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1915 -1972

पंजाबी भाषा के सुपरिचित कवि और निबंधकार। पंजाबी कविता के प्रगतिशील आंदोलन में योगदान।

समकालीन बांग्ला कविता के आत्मविभोर और मुखर कवि। पेशे से पत्रकार।

1907 -1997

तेलुगु के सुप्रसिद्ध कवि-अनुवादक और राजनेता। ‘आंध्र टैगोर’ के रूप में लोकप्रिय।

1920 -1985

समादृत और लोकप्रिय बांग्ला कवि। हस्तक्षेप और प्रतिरोध के स्वर के लिए उल्लेखनीय।

1924 -1997

असमिया के समादृत उपन्यासकार, पत्रकार और संपादक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

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