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मुसलम्मा की मृत्यु

muslamma ki mirtyu

अनुवाद : चावलि सूर्यनारायण मूर्ति

सी. रामलिंगा रेड्डी

सी. रामलिंगा रेड्डी

मुसलम्मा की मृत्यु

सी. रामलिंगा रेड्डी

और अधिकसी. रामलिंगा रेड्डी

    [नायिका मुसलम्मा के सास-ससुर से विदा लेने का प्रसंग]

    1

    तव पुत्र सभी राम समान सुशोभित।

    भूतनया सम पुत्र वधू सब राजित,

    पलकों से नेत्र ज्यों सभी से रक्षित

    तुम्हें कोई कमी, व्यर्थ क्यों दुःखित!

    2

    माता, पिता, गुरु, देव मेरे सभी तो आप ही हैं।

    कैसे प्रतिज्ञा मम निभे यदि निरोधक आप ही हैं?

    जाने झूठ हो या सत्य, पर आप ही ने सिखाया।

    हो जीवन परहितार्थ, इसको लक्ष्य मैंने बनाया॥

    3. ससुर ने कहा, बेटी ! करता मार्ग निरोध मैं तब

    जो तुमको ज्ञात नहीं वह क्या बात बताऊँ अभिनव?

    स्वयं विवेकवती तुम करना अपना कार्य अभीप्सित।

    यह कह उसने मुँह फेर लिया, नेत्र हुए जल प्लावित॥

    4

    माथा सूँघ सास बोली, बेटी ! जाओ, सकरुण।

    प्रणाम कर उनके चरणों में, उसने भी हो सकरुण

    ले निज तनय अंक चूम लिया, नव नयनाभा भरकर।

    फिर बोली, “चिरंजीवी हो सुत! साथ पिता के रहकर॥

    5

    “बेटा ! याद मुझे कर रोना

    कभी, तेरी माता

    रहेगी आगे, भेज मुझे

    कहकर सूँघा माथा।

    पुत्र सौंपकर पति के हाथों,

    विह्वल दो सजल नयन।

    कि देख दुखी हों पति उसने

    निज फेर लिया आनन॥

    स्रोत :
    • पुस्तक : आधुनिक तेलुगु कविता प्रथम भाग (पृष्ठ 13)
    • संपादक : चावलि सूर्यनारायण मूर्ति
    • रचनाकार : सी. रामलिंगा रेड्डी
    • प्रकाशन : आंध्र प्रदेश साहित्य अकादेमी
    • संस्करण : 1969
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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