कश्मीर में तितली
kashmir mein titli
कश्मीर में तितली एक बार
नियंत्रण रेखा के इधर उड़ी
फिर उधर उड़ी।
इधर भी केसर थी
उधर भी
आँख इधर भी तर थी
आँख उधर भी।
उसके पीछे एक सैनिक
स्टेनगन लेकर उधर से भागा
एक सैनिक ने गोला इधर से दागा।
और तितली ने देखा
सरहद मर गई
आँख इधर भी तर थी
आँख उधर भी
और सबकी बाँहें खुली हुईं।
- रचनाकार : त्रिभुवन
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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