कलाकार ज़िंदगी और दम तोड़ता लोकतंत्र
kalakar zindagi aur dam toDta loktantr
सुधा उपाध्याय
Sudha upadhyay
कलाकार ज़िंदगी और दम तोड़ता लोकतंत्र
kalakar zindagi aur dam toDta loktantr
Sudha upadhyay
सुधा उपाध्याय
और अधिकसुधा उपाध्याय
तुम्हें क्या मालूम था हुसैन
कि मरने के बाद फिर से होगी बहस
बंद ठंडे कमरों में
बुद्धिजीवी कलाकार जतलाएँगे अफ़सोस।
संवेदनाओं के खिलाड़ी
पूरे अवाम को फिर से
बना देंगे तमाशबीन
- रचनाकार : सुधा उपाध्याय
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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