हवा में जाता सनसनाता तीर है हमारा जीवन
hawa mein jata sansanata teer hai hamara jiwan
सत्यपाल सहगल
Satyapal Sahgal
हवा में जाता सनसनाता तीर है हमारा जीवन
hawa mein jata sansanata teer hai hamara jiwan
Satyapal Sahgal
सत्यपाल सहगल
और अधिकसत्यपाल सहगल
हवा में जाता सनसनाता तीर है हमारा जीवन
अँधेरे में पड़ी है हमारी चप्पल
यहीं कहीं होगी
कुछ है जो हिल रहा है
कुछ था जो हिलता रहता था
कुछ था चमकती चट्टान की तरह
रास्तों की बग़ल में
हमारे रास्तों की बग़ल में
कुछ है
शीशे की तरह चमकता
हमारे रास्तों की बग़ल में
- रचनाकार : सत्यपाल सहगल
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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