Font by Mehr Nastaliq Web

एक आभारी शहीद

ek abhari shahid

तजेंद्र सिंह लूथरा

तजेंद्र सिंह लूथरा

एक आभारी शहीद

तजेंद्र सिंह लूथरा

और अधिकतजेंद्र सिंह लूथरा

    मैं आभारी हूँ आपका

    कि आपने मुझे शहीद मानकर

    एक सुंदर पत्थर पर

    मेरा बारीक नाम

    मेरे साथियों के साथ लिखवा दिया है।

    पर मुझे सैल्यूट कर

    नम आँखों से मेरा बारीक धुँधला नाम पढ़कर

    मुझे शर्मिंदा ना करें

    उसे साफ़ पढ़ने की कोशिश

    आपकी आखों में कई परेशान सवाल खड़े कर देगी

    और उनके जवाबों में

    पसीना, अचकचाहट, लरज़ती ज़बान

    और झाँकती बगलों के सिवा कुछ नहीं मिलेगा

    आप नाहक परेशान हों।

    मेरे सवाल

    मेरा मकान, मेरी पेंशन

    और मेरे बच्चों की पढ़ाई नहीं हैं

    मैं इनके जवाब तो वैसे भी उम्रभर नहीं ढूँढ़ पाया था

    पर इनसे बेख़ौफ़ आँखें मिलाकर

    मैंने जी हल्क़ाकर लिया था

    मेरे पास कुछ और सवाल हैं

    जो मेरे सहमे हुए बच्चों से भी

    ज़्यादा मासूम हैं

    कि जैसे कौन तय करता है कि मरेगा कौन

    और किस कीमत पर

    कौन तय करता है कि बेचेगा कौन

    और उसकी बोली कैसे लगती है

    किसके हाथ में है कि बचे हुए को

    रोज़ तिल-तिल मारा जाए

    कौन है जो किसी का मरना और किसी का मारना

    बस दूरबीन लगाकर देखता रहता है

    किसने दिया उसे ये किरदार

    और देकर चुप क्यूँ है

    जीते जी मैं इनको भाता क्यूँ नहीं

    मैं सचमुच अपना भाग्य-विधाता क्यूँ नहीं।

    आपकी मोमबत्ती, आपके उबाल

    और संगमरमर पर लिखवाया

    मेरा बारीक नाम

    मैं शत-शत आभारी हूँ आपका

    पर मुझे चाहिए मेरे जवाब

    सवाल और भी हैं लेकिन

    मैं ज़्यादा सवाल पूछकर

    आपको शर्मिंदा नहीं करना चाहता।

    स्रोत :
    • रचनाकार : तजेंद्र सिंह लूथरा
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

    संबंधित विषय

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

    टिकट ख़रीदिए