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नायक की पराजय

nayak ki parajay

परमिंदर सोढ़ी

परमिंदर सोढ़ी

नायक की पराजय

परमिंदर सोढ़ी

और अधिकपरमिंदर सोढ़ी

    तुम मेरी पराजय पर लज्जित मत होना

    इस क्षण मैं पराजित नायक हूँ

    विजेता खलनायक कदाचित नहीं

    पराजय एक चिपचिपा अहसास है

    लेकिन यह पराजय मेरे सपनों को

    स्पर्श तक नहीं कर पाई

    सपनों में अब भी

    सिर पर सूर्य का मुकुट देखता हूँ

    और माथा ऐतिहासिक नायकों की

    राहगुज़र जैसा कुछ

    पराजय बहुत ग़लीज़ और अनचाही स्थिति है

    लेकिन मेरी उदासी तो इससे

    कितनी दूरी पर बैठी

    उदासी अब भी

    काले गुलाब-सी चमकती है

    जिसकी पत्तियों पर

    कविताओं की ओस अर्पित होती है

    तुम मेरी पराजय पर शर्मसार मत होओ

    पराजय आक के दूध का

    गले में अटक जाने जैसा भाव है

    लेकिन मेरे स्वर में तो चहक भी शामिल नहीं

    एक क्षण मेरी आवाज़ मर्सिये-सी गमगीन है

    दूसरे ही क्षण

    बच्चे के ठहाके-सी गूँजती

    इस पल मासूम याचना करती है

    अगले ही पल

    वह खुली, मुखर घोषणा है

    पराजय, धूप की मौत के आगमन की सूचना है

    लेकिन मेरी आँखों में इसका ख़ौफ़ नहीं

    मेरी आँखों में ज़िंदगी सुनहरी धूल-सी उड़ती

    सूर्यमुखी-सी मिलती है

    तुम मेरी पराजय पर शर्मसार मत होना

    यह ठीक है कि हार

    ग़लत फ़ैसले से पैदा हुई

    शायद ख़ामोशी-सी होती

    लेकिन मेरे ज़ेहन तक

    कोई ख़ामोशी नहीं पहुँच सकती

    मेरा ज़ेहन उलझे भावों

    और तर्कशील चिंतन की आरामगाह

    जहाँ अनेक अपठित, अलिखित

    किताबें सुरक्षित हैं

    अत: तुम मेरी पराजय पर

    लज्जित मत होना

    इस पर भी मैं पराजित नायक हूँ

    विजेता खलनायक

    कदाचित नहीं...

    स्रोत :
    • पुस्तक : बीसवीं सदी का पंजाबी काव्य (पृष्ठ 644)
    • संपादक : सुतिंदर सिंह नूर
    • रचनाकार : कवि के साथ अनुवादक फूलचंद मानव, योगेश्वर कौर
    • प्रकाशन : साहित्य अकादेमी
    • संस्करण : 2014
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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