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दाँत और नाख़ून

dant aur nakhun

शीला सिद्धांतकर

शीला सिद्धांतकर

दाँत और नाख़ून

शीला सिद्धांतकर

और अधिकशीला सिद्धांतकर

    दाँत भी हैं

    नाख़ून भी हैं

    दाँत और नाख़ून का

    उपयोग

    दूसरों को

    काटने और नकोटने के लिए

    कभी नहीं करती

    इस विश्वास ने

    लोगों को भयमुक्त

    कर दिया है

    स्रोत :
    • पुस्तक : कविता की आख़िरी किताब (पृष्ठ 24)
    • रचनाकार : शीला सिद्धांतकर
    • प्रकाशन : राग विराग प्रकाशन
    • संस्करण : 2006

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