झूठ बोलने का फ़ैसला कर चुकने के बाद भी
jhooth bolne ka faisla kar chukne ke baad bhi
दिलीप पुरुषोत्तम चित्रे
dilip Purushottam chitre
झूठ बोलने का फ़ैसला कर चुकने के बाद भी
jhooth bolne ka faisla kar chukne ke baad bhi
dilip Purushottam chitre
दिलीप पुरुषोत्तम चित्रे
और अधिकदिलीप पुरुषोत्तम चित्रे
झूठ बोलने का फ़ैसला कर चुकने के बाद
लोग सिर्फ़ सच ही बोल पाते हैं
रहमान ने कहा
मैंने कहा
झूठ सच सब रहने दो
लोग सिर्फ़ बोलते हैं
और उन लोगों का क्या जो बोलते ही नहीं
...रहमान ने पूछा
...वे क्या कहते हैं?
मैंने कहा
तुम धर्म जानते हो, रहमान
मैं कुछ भी नहीं कहता।
- पुस्तक : मैजिक मुहल्ला खंड दो (पृष्ठ 28)
- रचनाकार : दिलीप पुरुषोत्तम चित्रे
- प्रकाशन : वाणी प्रकाशन
- संस्करण : 2019
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