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मैं जिस धरती पर चलता हूँ

main jis dharti par chalta hoon

सदानंद शाही

सदानंद शाही

मैं जिस धरती पर चलता हूँ

सदानंद शाही

और अधिकसदानंद शाही

    मैं जिस धरती पर चलता हूँ

    उस पर बुद्ध के क़दमों की छाप है

    जब-तब लगता है

    अभी-अभी

    यहीं कहीं से गुज़रे हैं बुद्ध

    जब भी चलता हूँ

    मेरे साथ-साथ चलते हैं बुद्ध!

    स्रोत :
    • रचनाकार : सदानंद शाही
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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