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ऐसी भाषा

aisi bhasha

भगवत रावत

भगवत रावत

ऐसी भाषा

भगवत रावत

और अधिकभगवत रावत

    सारी उम्र बच्चों को पढ़ाई भाषा

    और विदा करते समय उन्हें

    पास में नहीं था एक ऐसा शब्द

    जिसे देकर कह सकता कि लो

    इसे सँभाल कर रखना

    यह संकट के समय काम आएगा

    या कि वह तुम्हें शर्मिंदगी से बचाएगा

    या कि वह तुम्हें गिरने से रोकेगा

    या कि ज़रूरत पड़ने पर यह तुम्हें टोकेगा

    या कि तुम इसके सहारे किसी भी नीचता का सामना कर सकोगे

    या इतना ही कि कभी-कभी तुम इससे अपना ख़ालीपन भर सकोगे

    या किया यह शब्द ज़मीन की मिट्टी का टुकड़ा है

    या कि यह शब्द दो जून की रोटी से बड़ा है

    कुछ भी नहीं था मेरे पास

    कुछ भी नहीं है—यह तक कह सकने की

    भाषा थी।

    स्रोत :
    • पुस्तक : निर्वाचित कविताएँ (पृष्ठ 121)
    • रचनाकार : भगवत रावत
    • प्रकाशन : इतिहासबोध प्रकाशन
    • संस्करण : 2004

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