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कहावतें

हिंदी कवि-लेखक राजेश जोशी ने अपनी एक कविता में कहा है कि कहावतें अर्थ से अभिप्राय में निवास करती हैं। इस कथ्य के आलोक में कहें तो आम बोलचाल में प्रयोग होने वाले वे वाक्यांश जिनका रिश्ता हमारे प्राचीन और लोक-जीवन से होता है, उन्हें हम कहावत कहते हैं। मुहावरा और लोकोक्ति भी कहावत का ही एक रूप है। कहावत की शक्ति उसमें समाए संकेतों में पहचानी गई है। कहावतें मारक, सार्थक और संक्षिप्त होती हैं। कहावतों की एक प्रमुख विशेषता उनका अभिव्यक्त होते ही, स्मृति में स्थायी हो जाना भी है। वे भाषाओँ और बोलियों में सदियों से सफ़र कर रही हैं। उनके मूल स्रोत तक जाना प्राय: शोध का विषय माना गया है।

भक्तिकाल के ज्योतिष कवि। कृषि, मौसम और नीति संबंधी कहावतों के लिए स्मरणीय।

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