अवधी लोकगीत : रामै राम, रटन लागी जिभिया
awadhi lokgit ha ramai ram, ratan lagi jibhiya
रोचक तथ्य
संदर्भ—रामनाम रटन।
रामै राम, रटन लागी जिभिया।।टेक।।
गोड़वा कहैं हम तीरथ करबै,
हथवा कहैं हम देबै दान।।रटन०।।1।।
अखियाँ कहैं हम दरसन करबै,
कनवा कहैं हम सुनबै पुरान।।रटन०।।2।।
- पुस्तक : हिंदी के लोकगीत (पृष्ठ 219)
- संपादक : महेशप्रताप नारायण अवस्थी
- प्रकाशन : सत्यवती प्रज्ञालोक
- संस्करण : 2002
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