लै बौ राम नाम है सच्चा
lai bau raam naam hai sachcha
लै बौ राम नाम है सच्चा!
लगै न जम कौ दच्चा!
बरत अगन तें कूँदत आएँ मारजार के बच्चा॥
हिरनाकुस प्रहलाद के लाने, कौन तमासौ रच्चा॥
‘ईसुर’ लै लै नाम उतर गए, मीरा, दोला, फज्जा॥
‘राम’ नाम लेना ही सार है—सही है। इससे यम के धक्के नहीं लगते। जलती आग में से बिल्ली के बच्चे कूदते-फाँदते ‘राम’ नाम के प्रताप से जीवित निकल आए। हिरनाकुस और प्रह्लाद के लिए प्रभु ने कैसी माया रची थी! अरे ईसुरी! नाम ले-ले कर मीरा, दोला, फच्चा आदि भक्त तर गए।
- पुस्तक : ईसुरी की फागें (पृष्ठ 22)
- संपादक : घनश्याम कश्यप
- प्रकाशन : शब्दपीठ
- संस्करण : 1995
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