ग़ज़लें
ग़ज़ल फ़ारसी-साहित्य की प्रसिद्ध काव्य-विधा है जो बाद में उर्दू के साथ हिंदी-साहित्य में भी बेहद लोकप्रिय हुई। ग़ज़ल मूल रूप से एक ही बहर और वज़्न के अनुसार लिखी जाती है। इसके पहले शे'र को मतला' और अंतिम शे'र को मक़्ता कहते हैं, दो-दो कड़ियों के एक-एक चरण के साथ दूसरी कड़ी में अनुप्रास होता है। हिंदी-साहित्य में भी महत्त्वपूर्ण कवियों ने समय-समय ग़ज़ल में हाथ आज़माया है जिसे 'हिंदी-ग़ज़ल' के रूप में हिंदी-आलोचना में प्रमुखता से जगह मिली है।
हिंदी के अत्यंत लोकप्रिय कवि-लेखक-नाटककार। अपनी ग़ज़लों के लिए विशेष चर्चित।
भारतेंदु युग के महत्त्वपूर्ण कवि, गद्यकार और संपादक। 'ब्राह्मण' पत्रिका से चर्चित।
प्रमुख पूर्वाधुनिक शायरों में विख्यात, जिन्होंने आधुनिक उर्दू गज़ल के लिए राह बनाई/अपने गहरे आलोचनात्मक विचारों के लिए विख्यात/भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित
समादृत कवि-गद्यकार और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
नवें दशक के महत्त्वपूर्ण कवि। अपने काव्य-वैविध्य के लिए उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार। महाप्राण नाम से विख्यात।