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ग्रीष्म दवत दवरिया

grisham davat davriya

रहीम

रहीम

ग्रीष्म दवत दवरिया

रहीम

और अधिकरहीम

    ग्रीष्म दवत दवरिया, कुंज कुटीर।

    तिमि-तिमि तकत तरूनि अहि, बाढ़ी पीर॥

    स्रोत :
    • पुस्तक : नखसिख (पृष्ठ 4)
    • रचनाकार : रहीम
    • प्रकाशन : भारत जीवन प्रेस
    • संस्करण : 1892

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