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पांडुलिपि गुम हुआ दिन

panDulipi gum hua din

रमेश क्षितिज

रमेश क्षितिज

पांडुलिपि गुम हुआ दिन

रमेश क्षितिज

और अधिकरमेश क्षितिज

     
    नींद का परिंदा नीड़ छोड़कर
    कहीं दूर पहुँचा होगा जंगल के किसी दरख़्त पर
    इधर गर्म तवे-से बिस्तर पर
    रोटी की सिकाई-सी जिस्म को
    करवटें लेते याद कर रहा हूँ मैं वो नीली डायरी!
     
    हाय! उसमे ही थे मैंने दशकों तलक देखे सपने
    एक इतिहास का कालखण्ड दिखने वाले आईने-से मिसरे
    अनुभूतियाँ और आत्मकथाएँ
     
    आँखों में कीड़े घुसे हों जैसे चुभ रहे हैं अनेक बिंब
    अस्पताल के इक कोने में रो रही है कोई औरत
    गर्भ के भीतर ही मृत शिशु के नीले चेहरे को देखकर
     
    अँधेरे कमरे के इक कोने में पढ़ रहा है एक नेपाली युवा
    अपनी विदेशी प्रेमिका के लफ़्ज़ों को ई-मेल में
    जहाँ लिखे हैं—प्यार के लिए मुझे फ़ुर्सत नहीं
    बेहतर होगा हम दोस्त ही बने रहें!
     
    या बाढ़ से तबाह हो चुके अपने खेत को देख
    उदास खड़ा है एक किसान दरिया के किनारे
     
    कभी न मिलने वाले बचपन के दोस्त जैसे
    गुम हो गई है पांडुलिपि आज
     
    किसने बुझाया होगा सिगरेट का टुर्रा
    मासूम बच्ची-सी उसके पाकीज़ा सफ़हों के होठों पर
    या किसी खलनायक जैसे दुकानदार ने
    ज़बरदस्ती फाड़ दिया होगा लिबास-से उसके आवरण
    गुंडे हवाओं ने गिरेबाँ से पकड़कर गलहताया होगा
    या कुचला होगा ओलों के सैनिक बूटों ने ज़ोर से
     
    पांडुलिपि गुम हुआ दिन
    जीवन के बहुमूल्य दस वर्ष यूँ ही बेकार गए।
    स्रोत :
    • रचनाकार : रमेश क्षितिज
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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