कनौजी लोकगीत : अरे तुम सुनो केस्न बलराम हमारी गारी प्रेम भरी
kanauji lokgit ha are tum suno kesn balram hamari gari prem bhari
रोचक तथ्य
संदर्भ—भोजन के समय अश्लील या व्यंग्य प्रधान वर्णन।
अरे तुम सुनो केस्न बलराम हमारी गारी प्रेम भरी।।टेक।।
बुआ तुम्हारी कुन्ती कहामैं, रूप में हैं सिरमौरि।
कुँआरे ही में लड़िका जाऔ, निकरीं बड़ी छिनारि।।1।।
बहिनि तुम्हारी सुहदरा कहामैं, रूप में हैं सिरमौरि।।
कुँआरे में अरजुन सँग भाजी, निकरी बहुत छिनारि।।2।।
- पुस्तक : हिंदी के लोकगीत (पृष्ठ 241)
- संपादक : महेशप्रताप नारायण अवस्थी
- प्रकाशन : सत्यवती प्रज्ञालोक
- संस्करण : 2002
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