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श्रीनरेश मेहता के उद्धरण

साहित्य में ‘काव्य-दृष्टि’ संज्ञा तो है, लेकिन ‘गद्य-दृष्टि’ नहीं।

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

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