Font by Mehr Nastaliq Web

प्रेमचंद के उद्धरण

जिसे संसार दुःख कहता है, वही कवि के लिए सुख है।

  • संबंधित विषय : कवि

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए