Font by Mehr Nastaliq Web

जंग में जाते सिपाही को अलविदा कहती स्त्री के नाम

jang mein jate sipahi ko alavida kahti stri ke naam

आमिर हमज़ा

आमिर हमज़ा

जंग में जाते सिपाही को अलविदा कहती स्त्री के नाम

आमिर हमज़ा

और अधिकआमिर हमज़ा

    चौतरफ़ा गूँजते सायरन के बीच

    जंग में जाते एक हथियारबंद सिपाही को

    सर-ए-राह गले लगाने वाली स्त्री

    जो उसकी माँ हो सकती है या कि बहन

    प्रेमिका हो सकती है या कि दोस्त

    या कि फिर पत्नी…

    ...से बेहतर भला कौन जान सकता है

    कि हर अलविदा

    एक यात्रा की समाप्ति है।

    स्रोत :
    • रचनाकार : आमिर हमज़ा
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

    संबंधित विषय

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY