रवींद्रनाथ टैगोर के उद्धरण
यूरोप का अनुकरण करने से काम नहीं चलेगा, किंतु यूरोप से हमें शिक्षा लेनी पड़ेगी। शिक्षा लेना और अनुकरण करना एक ही बात नहीं है। वस्तुतः अच्छी तरह शिक्षा लेने से ही अनुकरण करने के रोग से छुटकारा मिलता है।
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