पाब्लो नेरूदा के उद्धरण
हम धूल हैं और धूल में लौट जाते हैं। अंत में हम न तो हवा हैं, न आग, न पानी, सिर्फ़ मिट्टी हैं, न अधिक न कम, केवल मिट्टी, और शायद कुछ पीले फूल।
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