श्री भगवतीचरण वर्मा के उपन्यासों का शास्त्रीय अध्ययन करने में सहायक हो सकने वाले ग्रंथों के आभाव को देखते हुए उनके कृत्तव पर विहंगम दृष्टि डालने वाले एवं टेढ़े मेधे रास्ते का सूक्ष्म विवेचन करने वाले वाले ये निबंध डॉ लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय द्वारा विशेषरूप से तैयार करवाए गए हैं।
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