यह गुजराती भाषा के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार रमणलाल बसंतलाल देसाई द्वारा लिखित गुजराती का एक उच्चकोटि का सामाजिक उपन्यास है। जिसे श्यामू संयासी ने हिंदी में अनुवादित किया है।
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