यह रविन्द्रनाथ टैगौर के साहित्य का धन्यकुमार जैन द्वारा किया गया हिंदी अनुवाद है। इस श्रंखला में उन्होंने रविन्द्रनाथ ठाकुर की कई कृतियों को अनुवादित किया है। प्रस्तुत पुस्तक उनके उपन्यास नौका डूबी का हिंदी अनुवाद है।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
टिकट ख़रीदिए