'राष्ट्रीय एकता और रचनाधर्मिता' इस पुस्तक में रुपवादी, कलावादी, प्रगतिशील, जनवादी और शुद्ध साम्यवादी पृष्ठभूमि में समस्या को समझने-समझाने और आकलन प्रसतुत करने का प्रयत्न किया गया है।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
टिकट ख़रीदिए