'राजस्थान के सांस्कृतिक उपाख्यान' प्रस्तुत पुस्तक में राजस्थआन की संस्कृति का वर्णन है राजस्थान ने अपनी संस्कृति आज समय में भी संजोय रखी है। राजस्थआन की धरती मिट्टी की वीरता की समाधि है। जिस जाति के पास अपना इतिहास नहीं उसकी हालत उस मनुष्य के समान है जो अपने घर का रास्ता भूल कर इधर-उधर भटक रहा हो।
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