"क़िस्सा-ए-कोहनूर - हिन्दी कहानी के वर्तमान परिदृश्य में युवा कहानीकार पंखुरी सिन्हा ने एक महत्त्वपूर्ण स्थान अर्जित कर लिया है। पंखुरी सिन्हा का यह दूसरा कहानी संग्रह 'किस्सा-ए-कोहनूर' समाज के बदलते स्वरूप को प्रतिबिम्बित करता है। पंखुरी की कहानियाँ प्रश्न उठाती हैं कि सामाजिक मूल्य कैसे और क्यों बदलते हैं।
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