पितृ-ऋण भगवान परशुराम पर आधारित औपन्यासिक कथाकृति है। लेखक ने लोक जीवन की रक्षा की। नीति धर्म और मर्यादा को मनुष्य का आभुषण बनाया। ऐसे आदर्श लोक नायक को दृष्टि के सम्मुख उपस्थित कर विकल जी ने एक बहुत बड़े अभाव की पुर्ति की है।
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