पगडंडियाँ पुस्तक में लेखक ने अपने क्षेत्र की पगडंडियों के माध्यम से जवन की विशेषता बताई है। लेखक के अनुसार शाश्वत चीज़ पगडंडी ही है। पगडंडियों के बदौलत ही सड़क मुकाम बनी है। पहाड़ों तक पहुँचाने वाली पगडंडियाँ ही हैं। लेखक अपने गाँव की पगडंडियों को याद करता है वह सोचता है कि कैसे सड़क ने पगडंडियों की लंबाई छोटी कर दी है।